हीरामंडी संजय लीला बंसाली कृत Netflix Series _ पहली मई 2024 को शुरू हो गयी।
HEERAMANDI __कहानी पुरानी मगर अंदाज नया। जो संजय लीला बंसाली को खास बनाता है।
कहानी इस प्रकार है:-
1940 का Lahore City.
अंग्रेज की हुकुमत और नवाबों की शानो शौकत भरी जिंदगी।
एक तरफ क्रांतिकारियों का भारत को आज़ाद कराने का संघर्ष तो दूसरी ओर नवाबों की विलासिता।
कोठों में मुजरों और महफ़िलों की रौनक जहां हंसी और खामोशी में घुटन।
तफ़ायफों की दम तोड़ती इच्छाएं।
जो गा सकती है,नाच सकती है मगर उसे प्रेम करने का हक नहीं।
दुर्घटनावश अगर कोइ तवायफ बच्चे को जन्म देती है,और अगर लड़की हुई तो कोठे की जागर बन जाती है और भाग्यवश लड़का हुआ तो बेच दिया जाता है।
दो विपरीत परिस्थिति में एक प्रेम का फूल खिलता है।जो कहानी के बोझिल वातारण में एक ठंडी हवा का झोंका की तरह होता है।
लेकिन यह प्रेम का फूल खिलखिलाकर हंस नहीं पाता है।
HEERAMANDI - 8 episodes में बनी यह कहानी बेशक दर्शको को बांधे रखता है।
Characters of HEERAMANDI
सभी पात्र अपने खबरदार में फिट हैं।
फरदीन खान जो नवाब के रोल में एकदम सही है। बड़ी आसानी से फरीदन (सोनाक्षी सिन्हा)उसे बेवकूफ बना देती है।
पात्र चुनने में संजय लीला बंसाली को दाद देनी पड़ती है।
इसी प्रकार सभी पात्र बेजोड़ है।
• मनीषा कोईराला,
• सोनाक्षी सिन्हा• अदिती राव
• शरमिन सहगल
Male Characters of HEERAMANDI
• ताजदार बलोच • जेसन शाह
• शेखर सुमन
• फरदीन खान
• इंद्रश मलिक।
Music and lyrics in HEERAMANDI
सूफ़ी संगीत खासकर अमीर खुशरो की कविता की तरन्नुम ।
गजलें,विशेष कर देशभक्ति गान।
• एक मूवी को डाइरेक्टर सशक्त बनाने के लिए अपनी जान डाल देता है।
• आपको एक पिक्चर या सीरियल देखकर डाइरेक्टर को समझ सकते है वह अंदर और बाहर से कैसा इंसान है।
एक दर्शक अपने नजरिए से उस पिक्चर की कहानी को देखता है।
मलिका जान (मनीषा कोइराला) को जब उसकी बेटी(आलमजेब) बिखरी मोती देती है तो वह कहती है इसमें एक मोती कहां है। और सुबह तक उसे वापस चाहिए ।
आलम सुबह जब मोती उसके हाथ में देती है तो वह उसे निगल जाती है।
इस भाव को समझिये___मोती मासूमियत को दर्शाता है।मोती का टूटना भी एक भाव है।
मतलब___एक तवायफ की जिंदगी में मासूमियत की कोई जगह नहीं। मोती निगलकर दर्शाती है कि बहुत जल्द ही उसको(आलम जेब)को भी मुजरे की मैदान में उतरना है।
आलमजेब से मोती की माला का टूटना दर्शाता है कि उसे लकीर का फकीर नहीं बनना है। आलमजेब कहती है कि वह गजलें, नज़में लिखेगी तो सभी उसकी मज़ाक उड़ाती है।
शरमिन सहगल को लेकर बहुतों ने संजय लीला बंसाली पर Nepotism होने का आरोप लगाया है।
अगर सिरियल की पूरी कहानी देखें तो उस में उसकी(आलमजेब)की कोई जगह थी ही नहीं मगर कहानी को सरस बनाने के लिए ऐसे पात्र का होना बहुत ज़रूरी है। इसीलिए एक ❤ birds का होना कहानी की मांग है।
संजय लीलाबंसाली बहुत मंजे हुए डाइरेक्टर है। उन्होंने पात्रों का सही चयन किये है।
HEERAMANDI- The Diamond Bazaar क्या Message है।
लकीर का फकीर नहीं बनना है।चाहे कोठा हो या परतंत्र देश। आज़ाद तो होना ही है।
आलोचनाओं के बावजूद HEERAMANDI देखने लायक है।