रामलला का सूर्यतिलक
आज अयोध्या के राम मंदिर को रामनवमी के अवसर पर विशेष रूप से सजाया गया हैं.
फोटो: गूगल से साभारइस शुभ अवसर पर रामलला के भाल पर सूर्य के किरणों से भव्य तिलक हुआ.
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यह अद्भुत नज़ारा जिसने भी देखा मानो उसका जीवन सफल हो गया. रामलला का सूर्यतिलक वर्णन से परे था .इस पल को जिसने भी देखा वह अवाक् रह गया था. भक्तों की आँखों से अविरल जलधारा बह रहे थे.
वैज्ञानिकों के अथक प्रयास से यह कार्य सफल हुआ था.
नरेंद्र मोदी जी भी इस अलौकिक पल का दर्शन अपने चुनावी यात्रा के दौरान किये.
फोटो:गूगल इस साल २०२४ की रामनवमी का दिन बेहद दुर्लभ संयोग वाला दिन रहा.
पंचांग के अनुसार इस बार रामनवमी को आश्लेषा नक्षत्र, रवि योग और सर्वार्थ सिध्दि रहा. पूरे दिन रवि योग रहा. रामलला की पूजा का शुभ मुहूर्त दिन के ११ बजकर एक मिनट से दोपहर के १ बजकर ३६ मिनट तक रहा.
५०० साल क संघर्ष के बाद यह राम मंदिर राम जन्मभूमि पर बना है. अयोध्या में यह पहला रामनवमी था . देश-विदेश से लोग इस भव्य समारोह को देखने आये हैं.
देश भर में राम भक्त राम को झुला झुलाए . सोहर गाए . तरह-तरह के पकवान बनाए.
विदेशों में भी जहाँ - जहाँ राम भक्त हैं सबने राम का जन्मोत्सव धूम-धाम से मनाए.