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शुक्रवार, 2 अगस्त 2024

Breastfeeding week

                        

                         

                       Breastfeeding Week

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(Breastmilk is a most natural form of nutrition

and Vitamins for your baby  ~ unknown Author) 

  (BREASTFEEDING WEEK)स्तनपान सप्ताह का क्यों मनाते हैं?

● विश्व स्तनपान सप्ताह हर साल अगस्त के 1-7 दिन मनाया जाता है।

● डब्ल्यू .एच .ओ (WHO), यूनिसेफ(UNICEF)

और कई स्वास्थ्य मंत्रालयों और नागरिक समाज भागीदारों द्वारा समर्थन दिया जाता है।

THEME  2024  :-( closing the gap: Breastfeeding for all) babies- विषय है अंतर को कम करना: सभी के लिए स्तनपान सहायता।अर्थात:-



●WBW (World Breastfeeding Week )हर साल 1-7 अगस्त को 1990 के इनोसेंटी घोषणा ( Innocenti Declaration)की स्मृति में मनाया जाता है। 

● WBW (World Breastfeeding Week) की शुरुआत 1992 में हुई थी।

● इसमें स्वास्थ्य सेवा प्रणाली (Healthcaresystems), महिलाएँ और काम Women and Work), ब्रेस्टमिल्क के विकल्प (Breastmilk Substitutes)विपणन की अंतर्राष्ट्रीय संहिता (International Code Of Marketing),सामुदायिक समर्थन (Community Support), पारिस्थितिकी (ecology), अर्थव्यवस्था (Economy), विज्ञान (Science), शिक्षा (Education)और मानवाधिकार (human rights)जैसे वार्षिक विषय शामिल थे। 

● 2016 से, WBW (World Breastfeeding Week)सतत विकास लक्ष्यों SDGs (Sustainable Development Goals) के साथ संरेखित है। 

●2018 में, एक विश्व स्वास्थ्य सभा (World Health Assembly)के प्रस्ताव ने WBW (World Breastfeeding Week)को एक महत्वपूर्ण स्तनपान संवर्धन रणनीति के रूप में समर्थन दिया।



Breastfeeding-स्तनपान से शिशुओं को लाभ:

स्तनपान शिशुओं को कुछ अल्पकालिक और दीर्घकालिक बीमारियों और रोगों से बचाने में मदद कर करते हैं। 

● स्तनपान करने वाले शिशुओं में अस्थमा, मोटापा, टाइप 1 मधुमेह और अचानक शिशु मृत्यु सिंड्रोम (एसआईडीएस) का जोखिम कम होता है।

● स्तनपान करने वाले शिशुओं में कान के संक्रमण और पेट के कीड़े होने की संभावना भी कम होती है।



Picture Crédit : Pinterest


BREASTFEEDING अर्थात् स्तनपान की कुछ आवश्यक बातें:-

  ● स्तनपान कराने से शिशु को उत्तम पोषण मिलता है।


● स्तनपान से शिशुओं को अन्य बीमारियों से सुरक्षा मिलती हैं।


 ● बच्चे की दिमागी शक्ति बढ़ती हैं।

PhotoCredit:Pinterest 

●माँ से एक सुदृढ़  रिश्ता बनाता है।


●बच्चे के बढ़ने के साथ-साथ इसके फायदे भी मिलते रहते हैं।


गुरुवार, 1 अगस्त 2024

PASSION FRUIT

                PASSION FRUIT/ कृष्ण फल

पैशन फ्रूट कैसा फल होता है?

• PASSION FRUIT पैशन फ्रूट एक उष्णकटिबंधीय फल है, जो पकने पर लाल या पीला होता है।

• इसका छिलका चमड़े जैसा, बैंगनी या पीला होता है, जिसमें बीच में पीले रंग का जेली जैसा काला बीज होता है। 

• PASSION FRUIT का छिलका कड़वा होता है और आम तौर पर फेंक दिया जाता है ।

• PASSION FRUIT पक जाने पर अंदर का हिस्सा मीठा और थोड़ा अम्लीय (खटास) लिए होता है।



PASSION FRUIT अर्थात कृष्ण फल के बारे में कुछ बिशेष जानकारी:-

• PASSION FRUIT लताओं में फलती फूलती है।

ETYMOLY-कृष्ण फल की व्युत्पत्ति विज्ञान जाने :-

▪︎ PASSION FRUIT पेशियन फ्लावर की कई प्रजातियों में से एक है, जो लैटिन जीनस नाम पैसिफ्लोरा ( Passiflora) का English नाम है। 

 • Passiflora 1700 के आसपास, यह नाम Brazil में मिशनरियों द्वारा एक शैक्षिक सहायता के रूप में दिया गया था।



 • मिशनरी स्वदेशी निवासियों को ईसाई धर्म में परिवर्तित करने का प्रयास कर रहे थे।

 • उस मिशनरी का नाम फ्लोर दास सिन्को चागास या "पांच घावों का फूल" था, जो मसीह के क्रूस पर चढ़ने को दर्शाता है, अन्य पौधों के घटकों का नाम भी यीशु के पैशन में एक प्रतीक के नाम पर रखा गया है।        

●●जानें भारत देश में कृष्ण फूल का क्या महत्व है।


● भारत में Passion fruit कृष्ण फल की अपेक्षा इसके फूलों को ज्यादा महत्व दिया जाता है।

● इसे महाभारत कालीन युग से जोड़ कर देखा जाता है।

● हिंदू मिथकों के अनुसार कृष्ण फूल  को उसके चक्र से तबुलना की गयी हैं।

● दूसरी मान्यता के अनुसार कृष्ण फूल रंग-बिरंगे फूल के बाहरी 

हिस्से में लगभग सौ गुलाबी और बैंगनी तंतुओं का एक मुकुट सा प्रतीत होता है।

● सौ बाहरी तंतुओं के कारण कृष्णफूल को धृतराष्ट्र के सौ पुत्रों के रूप में माना जाता है।

कृष्ण कमल के लता को गमले में लगातार दिवारों के सहारे ऊपर चढ़ाया जाए तो  मान्यता  है  कि इससे जीवन में सुख-समृद्धि और शांति  मिलते हैं।

PASSION FRUITS/ कृष्ण फल  से स्वास्थ्य  लाभ

●Passion fruits  का जूस बहुत ही स्वास्थ्यवर्धक होता है।


Passion fruit / Provitamin A का अच्छा स्रोत है और

इस फल  में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है:

 ● एक antioxidant (एंटीऑक्सीडेंट )जो शरीर को 

free radicals (फ्री रेडिकल्स )से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करता है। 

● Vitamins C शरीर को पौधे आधारित खाने वाले वस्तुओं से अधिक आयरन ग्रहण करने में मदद करके प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता है और शरीर में संक्रमण से लड़ने की शरीर की क्षमता में सुधार करता है।


PASSION FRUIT को कैसे खाएं:-



Pssion fruit मांसल अंदरूनी भाग को खाने के लिए सबसे पहले इसे छुरी से आधा-आधा  काटें। 

● पके Passion fruit का गूदा और खाने योग्य बीज को चम्मच से निकाल कर  इन्हें ऐसे ही खाया जा जाता है ।

● इसके पल्प को विभिन्न व्यंजनों में और केक में इस्तेमाल करते  हैं।

● और तरीका है जैसे:-  गूदे और बीजों को फ़ूड प्रोसेसर में डालकर सुगंधित प्यूरी बना सकते हैं।

 PASSION FRUIT  की खेती ट्रोपिकल देशों में इसकी अच्छी खपत होती हैं:- 

मॉरिशस MAURITIUS,  रेनियन टापू REUNION, 

 रोड्रिक्स RODRIGUES ISLAND और मेडागास्कर MADAGASCAR इतायादि










Eclipse,EarthDay

Breastfeeding week

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